Ranchi: मंगलवार को झारखण्ड की वर्तमान महागठबंधन सरकार के विरोध में सचिवालय का घेराव के दौरान हुए लाठी चार्ज में भाजपा के दो दर्जन से अधिक नेता और कार्यकर्ता घायल हो गए.
दरअसल, भाजपा के हेमंत भगाओ, झारखण्ड बचाओ रैली के दौरान जब हजारों कार्यकर्ता और नेता सचिवालय की ओर प्रस्थान करने लगे तो पुलिस द्वारा रोकने के लिए उनपर पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले दागे गए. इसके बाद भी जब कार्यकर्ता नहीं माने और बैरिकेडिंग क्रॉस करने लगे तो पुलिस द्वारा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज की गई जिसमें 2 दर्जन से अधिक कार्यकर्ता और नेता घायल हो गए. घायल नेताओं में पार्टी के मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाइक, चतरा सांसद सुनील सिंह आदि के नाम शामिल हैं. झड़प में अशोक बड़ाइक का हाथ टूट गया.घायल नेताओं और कार्यकर्ताओं को इलाज के लिए पारस अस्पताल ले जाया गया.
वहीं, कुछ पार्टी नेता और कार्यकर्ता द्वारा बैरिकेडिंग के क्रॉस किये जाने पर उन्हें गिरफ्तार भी किया गया. इन नेताओं में सांसद संजय सेठ, सुनील सिंह, समीर उरांव, विधायक विरंची नारायण, अमित मंडल, आरती कुजूर सहित कई अन्य शामिल थे. इन नेताओं को कुछ समय बाद ही पीआर बांड पर रिहा कर दिया गया.
लगभग डेढ़ घंटे तक चली इस रस्साकसी के बाद पुलिस द्वारा की गई लाठी चार्ज के विरोध में प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास, सांसद निशिकांत दुबे, जयंत सिन्हा सहित कई अन्य सांसद और विधायक धरने पर बैठ गए. इस दौरान नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इधर धरना स्थल पर ही वाहन के ऊपर तैयार किये गए मंच से ही पार्टी के नेताओं द्वारा कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया गया. उस दौरान भी बैरिकेडिंग को क्रॉस करने का प्रयास कर रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज की गई.भाजपा नेताओं द्वारा शांति और संयम के साथ काम लेने की अपील किये जाने के बाद कार्यकर्त्ता संयमित हुए. मौके पर मौजूद एडीएम लॉ एंड द्वारा माइकिंग किये जाने पर जवान संयम के साथ अपने-अपने पोजीशन पर डेट रहे.