भागलपुर: कोविड 19 को लेकर प्रशासन द्वारा लगाई गई तमाम बंदिशों के बावजूद भी सावन की तीसरी सोमवारी के अवसर पर आज भोलेनाथ के भक्तों की जमघट भागलपुर और सुल्तानगंज के विभिन्न गंगा घाटों पर लगी. शिव भक्तों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद भागलपुर और सुल्तानगंज स्थित विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक किया. हालांकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा सभी धर्मिक स्थलों को बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है. भागलपुर के बूढ़ानाथ मंदिर, शिवशक्ति मंदिर सहित अन्य मंदिरों के साथ ही सुल्तानगंज स्थित अजगैबीनाथ मंदिर को भी आम लोगों के लिए बंद रखा गया है. इन मंदिरों में लोगों ने प्रवेश द्वार पर ही पूजा-अर्चना कर बाबा भोले का जलाभिषेक किया. भागलपुर के बरारी घाट से गंगा जल भरकर कावरियों का जत्था बांका स्थित बाबा भोलेनाथ के प्रसिद्द जेठौर मंदिर में जलभिषेक करने के लिए रवाना हुआ. राज्य सरकार द्वारा कांवर यात्रा पर रोक लगाए जाने के बावजूद भी लोगों का उत्साह कम होता दिखाई नहीं दे रहा है. जगदीशपुर प्रखंड स्थित गोनू धाम में भी शिव भक्त सुबह से ही जुटने लगे थे. जिला प्रशासन द्वारा भागलपुर और सुल्तानगंज के गंगा घाटों पर लोगों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किये गये थे. घाटों पर पुलिस बल के साथ ही एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया था.
मनोकामना स्थान में शिव भक्तों ने किया जलार्पण
पीरपैंती: सावन की तीसरी सोमवारी के अवसर पर पीरपैती प्रखंड में प्रसिद्द मनोकामना नाथ मंदिर में आज भक्तों की भीड़ अपेक्षाकृत कम दिखी. मंदिर आने वाले लोगों के लिए विशेष इंतजाम किये गए थे. मनोकामना स्वीट्स एंड कॉर्नर की तरफ से सभी भक्तों के लिए फल और शरबत की व्यवस्था की गई थी. मंदिर में आने वाले शिव भक्तों की सुविधा का ख्याल रखने के लिए वासुदेव जाधव के देखरेख में दीपक यादव, बैजू सिंह, विशाल पासवान, मंगलेश सिंह गोलू, प्रीतम, लड्डू, पप्पू यादव, मिथुन कुमार, मुनटुन सहित अन्य ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.