DESK: दिल्ली के बहुचर्चित शराब घोटाला के आरोप में दिल्ली के Deputy CM Manish Sisodia को 8 घंटे की लम्बी पूछताछ के बाद रविवार को CBI द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. उनकी गिरफ्तारी के बाद भाजपा और आप के बीच तल्खियां बढ़ गईं हैं. CM अरविन्द केजरीवाल सहित आप के कई नेता बीजेपी पर हमलावर हो गए हैं.
इस बहुचर्चित मामले में CBI, Sisodia से पहले भी कई बार पूछताछ कर चुकी थी. कहा जा रहा है कि दिल्ली के आबकारी विभाग के एक बड़े अफसर ने CBI द्वारा की गई पूछताछ के दौरान सिसोदिया का नाम लिया था. उसने दिल्ली की आबकारी नीति के लिए सिसोदिया को ही जिम्मेवार ठहराया था. इसके बाद CBI ने अफसर और Deputy CM को आमने-सामने बैठकर पूछताछ की. उस दौरान वे केंद्रीय एजेंसी के कई सवालों के जवाब नहीं दे पाए इसीलिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
Sisodia की गिरफ्तारी के बाद CBI मुख्यालय की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. कल उन्हें केंद्रीय एजेंसी द्वारा कोर्ट में पेश किया जाएगा. गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के CM अरविन्द केजरीवाल और पंजाब के CM भगवंत मान ने उनके घर पहुंच परिवार वालों से मुलाकात की और हर परिस्थिति में उनके साथ होने का वादा किया.
दिल्ली सरकार द्वारा 17 नवंबर 2021 को नई आबकारी नीति लागू की गई थी. इस नीति के तहत सभी शराब की दुकानों को प्राइवेट कर दिया गया. इससे पूर्व 60 फीसदी दुकाने सरकार और बाकी की 40 प्रतिशत प्राइवेट थीं. सरकार का दावा था कि इस नीति के तहत आमदनी में 3500 करोड़ रुपये का इजाफा होगा. सभी ग्रेड की दुकानों के लिए लाइसेंस फी में भी काफी बढ़ोत्तरी कर दी गई. आरोप है कि इस नीति से राजस्व का नुकसान हुआ.आरोप है कि इस नीति से 10,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू लॉस हुआ है. बड़े व्यपारियों को लाभ पंहुचा जबकि छोटे व्यापारियों को घाटा हुआ. दुकानों की फीस में बेतहाशा वृद्धि होने के कारण छोटे व्यापारियों की दुकाने बंद गईं और पूरे व्यापार पर माफियाओं का कब्जा हो गया. खुदरा शराब की बिक्री में सरकार को राजस्व का भारी नुकसान उठाना पड़ा और व्यपारियों के मुनाफे में भारी बढ़ोत्तरी हुई.