डेस्क: हर व्यक्ति में कुछ न कुछ कला जरूर होती है. वह संगीत हो सकती है, नृत्य हो सकती है, चित्रकारी को सकती है, लेखन हो सकती है, सजावट हो सकती है, कोई डिज़ाइन बनाना हो सकता है या अन्य कुछ भी जिससे एक व्यक्ति का व्यक्तित्व निखरता है. इंसान के अंदर की कला को बाहर लाने और उसको बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2012 से प्रति वर्ष 15 अप्रैल को विश्व कला दिवस मनाया जाता है. जानिए किसकी जयंती पर दुनियाभर के लोग इसे सेलिब्रेट करते हैं.
आपको यह तो पता ही होगा कि हर साल 15 अप्रैल को विश्व कला दिवस मनाया जाता है. पर क्या आपको ये पता है कि विश्व कला दिवस के रूप में इसे ही क्यों चुना गया? आज ही के दिन को विश्व कला दिवस इसलिए चुना गया क्योंकि यह इटली के महान चित्रकार ‘लिओनार्दो दा विंची’ का जयंती दिवस भी है. महान चित्रकार लिओनार्दो दा विंची का जन्म 15 अप्रैल 1452 को इटली के अंचियानो शहर में हुआ था. लिओनार्दो दा विंची इटली के महान चित्रकार होने के साथ-साथ महान मूर्तिकार, वास्तुशिल्पी, संगीतज्ञ, कुशल इंजीनियर और वैज्ञानिक भी कहे जाते थे. इतनी सारी कलाओं में महारथ होने की वजह से इन्हें कला का भंडार भी कहा जाता है. विश्व की सबसे मशहूर पेंटिंग ‘मोनालिसा’ को भी लिओनार्दो दा विंची ने ही पेंट किया था.
विश्व कला दिवस के माध्यम से दुनिया भर में कला और संस्कृति को बढ़ावा दिया जाता है. आजकल लोगों में रह रहे मानसिक तनाव और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका कला ही हो सकता है, जिसके माध्यम से व्यक्ति अपने अंदर की क्रिएटिविटी को बाहर लेकर आता है. कला ही एक व्यक्ति को रचनात्मकता, कलात्मकता और आत्मविश्वास से भर देती है. साथ ही कहा जाता है कि कला से जुड़ा हुआ व्यक्ति काफी शांत स्वभाव का होता है. इसीलिए हम सभी को आज विश्व कला दिवस पर प्रण लेना चाहिए कि हम सब कम-से-कम अपने अंदर छुपी एक कला को खोजेंगे और उसे निखार कर अपना जीवन खुशनुमा और सफल बनाएंगे.